हसरते
उम्मीद का टूटा तो जाना
चोट कितनी
लगती है,
आँधी में सीना ताना तो जाना
सोच बदलनी
पड़ती है-
बड़े अरमान
से सजाया था
वो जो टूटा सपना
अब किसके पास जाऊंगा
लेकर अरमां अपना -
टूट कर बिखर गया था
लेकिन सोच भी बदल गया था
फिर से नया बनाऊंगा
और सपने को गले लगाउँगा।